कविता

सुंदर

कोमल भावनाओं की सुंदर
अभिव्यक्ति है ……. कविता
कवि के ह्रदय की सुंदर
परिकल्पना है …… कविता
भावों को शब्दों के धागे में
पिरोयी माला है …… कविता
नव रसों से सराबोर
मधुर फुहार है ……. कविता
अलंकारों से सजी सुंदर
सुकुमारी रमणी है …… कविता
ममत्व की पुकार है ….. कविता
प्रियतम का प्यार है …… कविता
वासंती बयार है ….. कविता
चांद की चांदनी और
भोर की ताजगी है ….. कविता
प्रकृति की ख़ूबसूरती का
मधुर बखान है …… कविता
मन से निकली सच्ची
दुआ है ….. कविता
साधना , आराधना , प्रार्थना
और अजा न है …… कविता
कवियों की कलम का
कमाल है …… कविता

और कवितायेँ पढें : शब्दबोध काव्यांजलि

Photo by Siddharth Kashyap on Unsplash

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About जागृति डोंगरे 11 Articles
मैं जागृति श्यामविलास डोंगरे मंडलेश्वर से . पिता --- महादेव प्रसाद चतुर्वेदी माध्या (साहित्यकार) हिन्दी, अंग्रेजी, निमाड़ी मंडलेश्वर शिक्षा --- M. A. हिन्दी साहित्य मैं स्कूल समय से कविताएं लिखती रही हूं , काफी लम्बे समय से लेखन कार्य छूट गया था, अब पुनः शुरू कर दिया । इसके अलावा अच्छी,अच्छी किताबें पढ़ना , कुकिंग का भी शौक है। रंगोली बनाना अच्छा लगता है। कढ़ाई , बुनाई भी बहुत की,अब नहीं करती।
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