जीवन ( हाइकु )

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‘हाइकु’ लेखन की एक जापानी विधा है। जो तीन पंक्तियों की होती है, इसमें पहली पंक्ति में पाँच अक्षर ,दूसरी पंक्ति में सात अक्षर एवं तीसरी पंक्ति में पुनः पाँच अक्षर आते हैं।

जीवन सारा,
इंसा ठूठे सहारा।
दूर किनारा।

बहती नैय्या,
कौन बने खैवय्या।
तेज है धारा।

जग में डूबे,
जो भी तुमने पाया।
काम न आया।

साथ प्रभु का,
लेकर जो सहारा।
जीतो जो हारा।

सन्तोष धन,
जिस जिस ने पाया।
ईश्वर पाया।

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About सुभाष शर्मा 8 Articles
सुभाष शर्मा, इन्दौर (म.प्र.) बैंक आफ बड़ौदा से सेवा निवृत ,वर्तमान में बिल्डर एवं प्रापर्टी ब्रोकर। कविता एवं कहानी लेखन में रूचि ।
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Mukesh barve
Mukesh barve
2 years ago

बहुत बढ़िया

एस के बर्वे
एस के बर्वे
2 years ago

बहुत सुन्दर शानदार 🙏🙏🙏🌹🌹