
‘हाइकु’ लेखन की एक जापानी विधा है। जो तीन पंक्तियों की होती है, इसमें पहली पंक्ति में पाँच अक्षर ,दूसरी पंक्ति में सात अक्षर एवं तीसरी पंक्ति में पुनः पाँच अक्षर आते हैं।
जीवन सारा,
इंसा ठूठे सहारा।
दूर किनारा।
बहती नैय्या,
कौन बने खैवय्या।
तेज है धारा।
जग में डूबे,
जो भी तुमने पाया।
काम न आया।
साथ प्रभु का,
लेकर जो सहारा।
जीतो जो हारा।
सन्तोष धन,
जिस जिस ने पाया।
ईश्वर पाया।
बहुत बढ़िया
बहुत सुन्दर शानदार 🙏🙏🙏🌹🌹