
मंदिर म जाओ
ढाैल बजाओ नगाड़ा बजाओ**
चाहे तो शंख ऩ$ घडीयाल
बजाओ
आना चार आना काे
परसाद चड़ावाे
राम राम कराे
न$ खाैबज मुराद
न$ मांगाे
भगवान हमाराे फलाणाे काम
हुई जाय?
हमाराे अमकाे काम पूराे
हुई जाय!
एक नारेलाे न अरू
साथज मु$ 5रूपया
भेटज करूगा
पण भगवान जी म्हारी मुराद
जरूर पुरी करजाे
पा्ेरीया काे ध्यान दिजाे
वाकी लाडी आई जाय
ओका घर पाेऱया पारई हुई जाय
जव$ तमारा मंदिर आवगां हो
भगवान
सुणी रहायाज की नई
जरा प्राइवेट वात$ छे
आपणी
सुणी लिजाे जय श्री औकार जी
महाराज
अव$ जाई रईयज हो नर्मदा मैया
थारा पाय हवु
घाट पर सी लागु
म्हारी लाज राखजाे जी
कसी माय गंजाल वई रईज
अपणाै ताै समझ़़याे काम हुई गयाेज –——–
देखाे ताे राजु का पापा कसी माय
हमारी वात$ सुणी रईज अरू परख$ आंवगा नी तो मांय ख$
भी रूपयाे नारेल चडई देवागा
राजु का पापा भी कय$
ताे सच्ची बात$ छे अपुण जव$ भी आवाज नी तो माय गदगद हुई जायज खाेबज आशीर्वाद देजु$
मा़ंय सुणाे तो राजु की मां
पंण वा तो कई सुणी नी रईयज
माता मांय ख$ खुबज मनई रईज
.जल्दी आवा थारा मंदिर वाे माय नारेल वाटकी चडावा म्हारी माय विनती सुणाे हो
नरमदां मांय घर घर तु तो छाई गई मांय
घर मे नारेल देवा हो मा़ंय
गंज$ दुर थाराे मढेया वाे माय