
हाइकु जापानी पद्धति है यह ३ लाइन की कविता होती है। इसका मुख्य गुण ” गागर में सागर भरना ” होता है यानी कि कम शब्दों में अधिक बात कहना। हाइकु १७ वर्णों का होता है ।
हिंदी की शान में, हिंदी दिवस पर हाइकु प्रस्तुत है,
भाल पे बिंदी
माँ के श्रंगार जैसी
सजाए हिंदी।
गंगा की धारा
जैसी बहती जाए
देश में हिंदी।
भेद मिटाए
एक सूत्र में बाँधे
सबको हिंदी।
हिन्दुस्तान की
बनाओं राष्ट्र भाषा
सबकी हिंदी।
Image by Harish Sharma from Pixabay