
महिला सशक्तिकरण में सरकार एवं समाज की भूमिका
आज महिलाओं ने हर क्षैत्र में सफलता हासिल की हैं और साबित कर दिखाया हैं कि महिलाओं को मौका मिलें तो वे सबकुछ कर सकती […]
आज महिलाओं ने हर क्षैत्र में सफलता हासिल की हैं और साबित कर दिखाया हैं कि महिलाओं को मौका मिलें तो वे सबकुछ कर सकती […]
सुहासिनी को जब से पता चला है कि उसे साहित्य जगत का सर्वोच्च सम्मान मिलने वाला है । तब से ही वह खुशी के मारे फूली न समा रही थी आखिर दोगुनी खुशी जो मिली है एक तो उसका नाम, दूसरा उसके ‘राइट नंबर’ का नाम भी था उस सूची में था।
होली की ठंडाई सामग्री 1 लीटर दूध 20 बादाम 2 टेबल स्पून खसखस 15 काजू 2 टेबल स्पून खरबूज, तरबूज के बीज 2 टेबल स्पून […]
शीर्षक: धीरे धीरे रे मना आज मैंने धीरे-धीरे सूरज उगते हुए देखा आज मैं बहुत जल्दी उठ गई। बहुत जल्दी माने 4:00 बजने को 10:00 […]
रम्या ने अपने चेहरे को मास्क एवं स्कार्फ से ढक लिया था। रेलवे प्लेटफार्म पर बैठे हुए उसे लगभग दो घंटे हो चुके थे। उसकी […]
महादेव यानी सभी देवों के देव , देवता हो या असुर, सभी प्राणियों को समान दृष्टि से देखने वाले कल्याणकारी शिव। ऐसे भगवान भूत भावन, […]
—- होली का महत्व —- फाल्गुन माह का फाग भरा रस सबको छूकर गुजरा है। होली के रंगों के साथ साथ प्रेम के रंग में […]
मैंने प्रोफेसर बनने का सपना साकार करने के लिए सारे मापदंड तय कर लिये थे। मेरठ शहर के एक बडे कॉलेज के लिए आवदेन भी […]
मेरे पांच साल के बेटे को खाना खिलाते हुए । मैंने ऐसे ही पुछ लिया, की बेटा जब मैं बूढ़ी हो जाऊँगी ,जब मेरे हाथ […]
होली में गुलाल हो,रंगों की बहार हो,गुझिया की मिठास हो,बिना पानी का त्योहार हो, सबके दिल में एक बात हो, प्यार से ये त्योहार हो। […]
बांसुरी बेचने वाला बांसुरी बजाता हुआ सड़क पर चला जा रहा था। उसकी बांसुरी में इतनी अच्छी धुन निकल रही थी। मानो हमारा मन ही […]
नर और नारी को शिव-शक्ति का रूप माना जाता है, जिसमें नर तो शिव है पर…… नारी? क्या नारी शक्ति का रूप है? उसे आगे बढ़कर एक ऐसे समाज का निर्माण करना है, जिसमें नर नारी एक दूसरे का सम्मान करें।
संस्कृति की संवाहक बन रहती मैं हिन्दी हूँ,भारत माँ के ललाट में शोभित बिंदी हूँ। हर भाषा मुझसे शोभित है,पर मेरा मन क्यों आहत है। […]
परमात्मा के प्रेम में डूबे हुए परमशक्ति से मिलन की राह में चलने वाले पथिकों जैसे रैदास, मीरा, नानक, कबीर के बारे में ओशो ने […]
श्रीखंड की विधि श्रीखंड एक स्वादिष्ट और सिंपल मिठाई है जिसे चीनी, केसर और इलायची के साथ दही से बनाया जाता है। आप चाहें तो […]
आज होली है। दिनेश को सुबह से ही रजनी की याद आ रही है। साल भर हो गया, घर छोड़कर गये हुये। ना ही कोई […]
कब मिलेगा इंसाफकब तक रुलाती रहेंगी सड़कसड़क सुरक्षा के लिए,बनाई गई एक तस्वीर।जो देखी नहीं गई,कहीं ओर ,जहाँ नजर डालो।बस एक खौफ, कुचलती गाड़ियां, रौंदते […]
नीतू सुबह उठी तो बहुत खुश थी। आज ससुराल में उसका पहला जन्मदिन था। उसने भगवान के हाथ जोड़कर अपने सास-ससुर के चरण-वंदन किये और […]
एक बूढ़ी अम्मा थी जो व्रत नियम और उपवास करती थी| एक दिन उसके मन में आया कि क्यों न मैं आज ब्राह्मण ब्राह्मण को […]
ओ दूरभाष की सुविधाओं , मुझे मेरी चिट्ठी लौटा दो। वो छोटो का नमन अभिवादन, वो बड़ो का स्नेहवादन।बंद लिफापे मे प्रियजन की अनुभुति लौटा […]
हमेशा की तरह सड़क पर वाहनों की आवाजाही बहुत थी। छोटा-सा बच्चा अपनी छोटी सी साइकिल चला रहा था। उसे बड़े होने का एहसास और […]
‘हाइकु’ लेखन की एक जापानी विधा है। जो तीन पंक्तियों की होती है, इसमें पहली पंक्ति में पाँच अक्षर ,दूसरी पंक्ति में सात अक्षर एवं […]
इन दिनों बहार का मौसम है,,नही समझे आप लोग अरे कॅरोना की बहार है,,,यूँ तो बहार का मौसम आता है और अपने निश्चित समय मे […]
मुझे कुछ ऐसे रंग दो नंद के लाल,तुम्हरे गले में जैसे बैजन्ती की माल। तुझ संग जोडू ऐसे अपना नाम,जैसे हो तुम राधा के श्याम। […]
होली रंग बिरंगे तन मन का मन को उल्लसित करता हुआ त्यौहार ,सब ओर फ़ागुन का मद भरा रसीला वातावरण हवा में अलग ही खुनकी […]
एक बार हाईड्रोजन, बोली ऑक्सीजन से,मैं तो स्वयं जलती हूँ, तू सबको क्यों जलाता है।तुझको क्या मिल जाता है |ऑक्सीजन बोला, हाईड्रोजन से,तू मुझसे, दूर […]
शब्दों की पंखुड़ी, चंदन महका घर आंगनबौराये आम, टेसू फूले,मचली धरती, लहराई फसल,महक रही पुरवाई, बरखा बहार आई……अठखेली करे धूम मचाये,अधखिली धूप, लुक छिप जाये,अमृत […]
एक दिन हमारी श्रीमतीजी का चेहरा था तमतमाया,कहने लगी सुनिये जी, क्या जो अब तक है आटा खाया?क्या वह इन बैंक वालों से हमने पाया।मैंने […]
कल रात फिर से वो मेरे सपने में आया ,आया तो कई बार ,पर कल उसने मुझे बहुत तड़पाया। जानती हूँ, तुम्हें पाना मेरे लिये […]
मन की बगिया मेंफूल खिले मुरझा गएआँसुओं से सींचावो बह ही गएबिखरना था जब यूँतो खिले क्यों थेखिलकर यूँ बिखर गएखिले मन को तोड़ गएहुनर […]
‘हाइगा’ लेखन की जापानी विधा है ,जिसमें चित्र को आधार मानकर काव्य की रचना की जाती है। चलीं ये घर को शाम ढलीं हैंमेहनत कर […]
एक चुहिया थी वह शादी करना चाहती थी पर मनपसंद दूल्हा नहीं मिल रहा था । उसने सोचा चलो अपन ही दूल्हा खोजने चले वह […]
नारी हो तो नारीत्व का सम्मान करो तुम,नए सवेरे का आगाज करो अब आगाज़ करो तुमफूल बनकर देख लियातुम्हारे आंचल पर हाथ डालने मात्र से […]
फूल खिलके बिखर जाते हैंबगिया को इस तरह सजाते हैं अपने अस्तित्व को मिटा करभी बगिया को महकाते हैं भंवरों की मनमानी सहकर भी काटे […]
रोते इस जहां मैं आए औररुला कर सबको जाना हैइस बीच की जिंदगी कोहंस के गुजारना है हंसी लबों पे आए जो देखेखुद कुछ पल […]
नारी क्यों हो अस्तित्व की तलाश में?किससे उम्मीद, किससे दरकार, अपनी पहचान की? तुम हो जगत जननी, देवी स्वरूपिणी ,जो हनन बीते समय का ,ना […]
होली का डांडा या नेतृत्व की छड़ी निमाड़ क्षेत्र के त्यौहार अपने आप मे एक विशेषता लिए होते है । और कोई भी त्यौहार हो […]
अतंराष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर समस्त नारी शक्ति को नमन 🙏 मेरे संग की नौ नारियाँ प्रथम पद मां का,जो जीवन की प्रथमपाठशाला […]
सुनकर मुरलीकी धुन कान्हाको ढूंढेवृंदावन ले गुलाल सखासंग खेले होलीकान्हा राधासंग भर पिचकारी सखी दौड़ी आई बरसानियासे गोपीयोसंग माखन मिश्री खाए कान्हा झूमे नाचेसखा गोपियोंसंग
आशा अपनी दोनो बेटियों के खेल रही थी। तभी शर्मा आंटी आई और तिरछी मुस्कान के साथ बोली “खूब मस्ती हो रही है बेटियों के […]
मापनी २१२ २१२ २१२ श्री सियाराम की मै करूं अर्चनाराम के धाम की मैं करूं कामना राम के नाम की तो महीमा ही अपार हैराम […]
आयो फागुन आयो,माघ पूनम ,डांडो होली को,गाढ़ो रे गाढ़ो…. वासंती पुरवइया केसंग,फागुन की गर्माहट,शीतल जल को पीबणू,भायो रे भायो… पूनम की होली का फेरा,हार -कंकण […]
जिंदगी का पथ है बड़ा निरालाकभी धूप कभी छांव। वाला सुख दुख दो पंथ पर चलताहै यह जिंदगी का रथ निराला कभी अपने कभी पराए […]
महिलाओं के अधिकार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एवं महिलाओं के सम्मान में किसी विशिष्ट थीम को लेकर प्रतिवर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला […]
‘हाइकु’ लेखन की एक जापानी विधा है। जो तीन पंक्तियों की होती है, इसमें पहली पंक्ति में पाँच अक्षर,दूसरी पंक्ति में सात अक्षर एवं तीसरी […]
‘हाइकु’ लेखन की एक जापानी विधा है। जो तीन पंक्तियों की होती है, इसमें पहली पंक्ति में पाँच अक्षर,दूसरी पंक्ति में सात अक्षर एवं तीसरी […]
गांव में बच्चों को रोज स्कूल जाते देख किसन बहुत मायूस हो जाता। उसका भी मन करता वह भी इन बच्चों के साथ स्कूल जाए […]
अबला नहीं वह सबला है नारीही शक्ति का रूप कहलाती है कभी काली कभी चंडीकभी सती बन जाती है अपने हक को पाने रणभूमिमें ले […]
प्रेममगन मनमंत्र मनन लगननिराकार निरंजनजगतारन भक्तिपरमानंद प्राप्तिसद्गुरु संग प्रीतिमोहे लागीअनुरागी सद्ज्ञाननित्य आवाहनमुक्त करो भवबंधनसद्गुरु शरणनवसृजन अनुग्रहअपार अनंतअखिल अखण्ड सुरेश्वरसदाशिव नटेश्वरजगदीश्वर वरवदनासत्य सनातनशुभ गुण सदनाशुद्ध चेतनाअन्तर्गहना
आपने पढ़ा कि किस प्रकार धरती के पर्यावरण का सौंदर्य आग, पानी, हवा, धरती और आकाश के संगम से निखार पर आता रहा ।एवं मनु […]
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