स्वान्तः सुखाय

आँखों के संमदर में सुनहराअतीत डूब गयासाथ ही खो गएअनमोल रत्न –गिलहरी-सा बचपनमाँ का आँचलबाबूल का लाड़बहन का प्यारभाई का दुलारखो गई सखियाँ सारीसूने हो […]