
स्वर्गीय ओमप्रकाश जोशी को श्रद्धांजलि
“तुम बेवजह रुक सकते हो, पर न रुकेगा समय प्रवाहसृजनात्मकता ही बन पायेगी, तेरे कुछ होने का गवाहबीते कल को भूलें, अभी से नव-सृजन प्रवास […]
“तुम बेवजह रुक सकते हो, पर न रुकेगा समय प्रवाहसृजनात्मकता ही बन पायेगी, तेरे कुछ होने का गवाहबीते कल को भूलें, अभी से नव-सृजन प्रवास […]
गुरु ग्रंथन का सार है, गुरु है प्रभु का नाम,गुरु आध्यात्म की ज्योति है, गुरु है चारों धाम। प्रिय पाठक वृंद, मानव की लिए आध्यात्मिक […]
नर और नारी को शिव-शक्ति का रूप माना जाता है, जिसमें नर तो शिव है पर…… नारी? क्या नारी शक्ति का रूप है? उसे आगे बढ़कर एक ऐसे समाज का निर्माण करना है, जिसमें नर नारी एक दूसरे का सम्मान करें।
रम्या ने अपने चेहरे को मास्क एवं स्कार्फ से ढक लिया था। रेलवे प्लेटफार्म पर बैठे हुए उसे लगभग दो घंटे हो चुके थे। उसकी […]
नर और नारी को शिव-शक्ति का रूप माना जाता है, जिसमें नर तो शिव है पर…… नारी? क्या नारी शक्ति का रूप है? उसे आगे बढ़कर एक ऐसे समाज का निर्माण करना है, जिसमें नर नारी एक दूसरे का सम्मान करें।
पढ़ने की प्रक्रिया से संवादों को उचित रूप से बोलने की आदत आत्मविश्वास का निर्माण करती है, और साथ ही जिज्ञासा जैसे भावों को भी जन्म देती है।पढ़ने की प्रक्रिया से ..
स्वामी विवेकानंद के १५० वि जयंती पर नमन
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो,जब तक ना सफल हो, नींद चैन से त्यागो तुम।संघर्ष का मैदान […]
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