दया करो सुन लो याचना

सब अच्छा हो

7 जुलाई, 2021 ममता कानुनगो 0

प्रभु से है प्रार्थना सब अच्छा हो,हृदय से है भावना सब अच्छा हो। श्वास प्रश्वास ना रुके कभी,हनुमत हरे दुःख दर्द सभी,नित करूँ आराधना सब […]

अमलतास

अमलतास

विषय: अमलतासविधा: तांका ५,७,५,७,७ मनमोहक,पहने पीताम्बर,अमलतास,हर पल मुस्काए,चले सज संवर । वृक्ष श्रृंगार,पहने पीत झूमर,पुष्प बिछाए,सहत सूर्य ताप,झूमे ये अंग अंग। मौन तपस्वी,वसुन्धरा वैरागी,छनती धूप,मधुरिम […]

पिता

28 फ़रवरी, 2021 ममता कानुनगो 0

पिता — संबल और विश्वासउष्णता मे शीतलता का एहसास,,प्रतिकुलता मे आत्मविश्वास जगाते,,,अनुकूलता मे स्वावलंबन का पाठ पढा़ते,,,,हृदय की विषमता को हरनेस्नेह से मुझे गले लगाते, […]

अंजुरी – घनाक्षरी

28 फ़रवरी, 2021 ममता कानुनगो 0

अंजुरी में भर स्नेह,लागी श्याम संग नेह,दधि माखन मिश्री से,कान्हा को रिझाए रही। मन में बसे मुरारी,गोवर्धन गिरधारीचरण धूलि पाकर,आनंद पाए रही। चहक रही चांदनी,महक […]

बेटी और माँ क्षणिका

क्षणिका – बेटी और माँ

8 फ़रवरी, 2021 ममता कानुनगो 0

बेटी जीवन प्रभा है वो,अंतर्मन की कथा,मर्यादा त्याग समर्पण,बेटी स्नेह बंधन। मां प्यार स्पंदन,महकता चंदन,पवित्र शीतल मन,सलिल सरिता सी,मां तुम अनुपम। Photo by Raghavendra V. […]

वात्सल्य

वात्सल्य

4 फ़रवरी, 2021 ममता कानुनगो 0

“मनु ये क्या कर रही है, क्यों आंगन में चावल बिखरा रही है” – नानी ने कहा। मनु बोली- “नानी पेड़ पर चिड़िया के छोटे-छोटे […]

नव वर्ष

नव वर्ष

6 जनवरी, 2021 ममता कानुनगो 0

नवीन वर्ष का नव प्रभात आज छा रहा,आशाओं का प्रकाश फिर धरा पर बिखरा रहा,उत्साह है, उमंग है आनंद की तरंग है,स्वतंत्र राग फिर नया […]