
आँखों की मुस्कान
जब तक मुस्कुराती हुई आँखें शेष हैं।तब तक शेष है,गिर जानाऔर फिर उठकर खड़े होना,हर ज़ख़्म का भरते जाना,माफ़ करना और भूल जाना,अपने सबसे पास […]
जब तक मुस्कुराती हुई आँखें शेष हैं।तब तक शेष है,गिर जानाऔर फिर उठकर खड़े होना,हर ज़ख़्म का भरते जाना,माफ़ करना और भूल जाना,अपने सबसे पास […]
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