क्यों मनाते हैं हिंदी दिवस

हिंदी और तोर मोर

15 सितम्बर, 2021 माया कौल 0

तोर मोर कछु जान न पाएमाझा तुझा भी ना पहचाने हम सबको अपनाते रहतेबहु भाषी पर हिन्द के है हम काये लला कित जाय रहे […]

मेरे देश

मेरा देश

2 अगस्त, 2021 माया कौल 0

मेरे देश ,,,, तुम कितनी मत भिन्नताओं में जीते हो, मेरे देश,,,, तुम कितनों के धर्मों के संबल हो, मेरे देश,,,, तुम कितने दंगाईयों को […]

वटवृक्ष

वटवृक्ष

28 जून, 2021 माया कौल 0

शीर्षक: वटवृक्ष मुझे इस अधूरे पन में भी,कितनी पूर्णता का ,एहसास मिलता है,,,, क्या बताऊँ??????जिंदगी बहुत छोटी है ,पर न जाने क्यों ,, वो अपने […]

रिश्ते जो निभ नही पाए

रिश्ते

25 जून, 2021 माया कौल 0

बड़ी खूबसूरत कहानियां गढ़ पाए,वो रिश्ते जो निभ नही पाए,,,,, वो रिश्ते जो अनछुए से रह गए,वो ही राधा को दर्शन दे गए,,, वो सुदामा […]

पुराना घर

खूब सजा घर

6 जून, 2021 माया कौल 0

शीर्षक: पुराना घर एक साधारण से कस्बे में एक घर था जिसमे रूठी, मनाई, और लाल, हरे ,पीले, नीले, रहते थे । उस घर की […]

ऑनलाइन की परीक्षा

ऑनलाइन परीक्षा

2 जून, 2021 माया कौल 0

शीर्षक : ऑनलाइन की परीक्षा पहले जब कभी ऑनलाइन, मुंह से निकलता था| तो मुझे मेरी बुद्धिमता पर भयानक रूप से विश्वास होता था| मैं […]

जीते जाना

क्षणों को जीते जाना

21 मई, 2021 माया कौल 0

शीर्षक : क्षणों को जीते जाना उम्र को सहते जाना,क्षणों को जीते जाना,लो माला गूंथ ली,,,और वक्त सरक गया, दीनता और हीनता,,गुनगुनाते मच्छरों की भांतिहर […]

बौराने का आनंद

28 फ़रवरी, 2021 माया कौल 0

माह में मधु का प्रवेश हो रहा है, और जीवन में बसंत का उद्भव,, कामदेव ,,,,,,अपनी सज धज में मगन है,उनकी भावनाएंलता, फूल, पेड़, सब […]

खिलखिलाता बसंत

25 फ़रवरी, 2021 माया कौल 0

बसंत ढेर से रंगों को ,मन में घोल देता है ,,केवल घोलता ही नहीं है,उन रंगों को बिखेर देने को ,आतुर भी दिखता है,कुछ रंग […]