नारी का वजूद

वजूद

एक जिंदगी में, कई किरदार निभा जाती हैं,मगर दुनिया की भीड़ में क्यों बेबस नज़र आती हैं बेटी से माँ तक का सफ़र बखूबी निभाती […]

फ़ितरत

फ़ितरत

— फ़ितरत — इक मुलाक़ात में यों ऐतबार ना कीजिए,रब्त यों न बनते चंद पलों में ,ज़रा ठहरिये चाहत रखिये साथ की, थोड़ा सोचियेइमदाद की […]

सपनों की उड़ान

उड़ान सपनों की

ख़्वाबों के परिंदों, चल पड़ो उस डगरजहाँ मयस्सर हो तुम्हारे सपनों का सफ़र वहशत न रखना की रास्ता पथरीला हैं,चलना शुरू करो तो हर सफ़र […]