काश ऐसी होली

होली – काश ऐसा हो जाए

मुखौटे हटे असली रंग सामने आयेंदूसरों को नहीं हम खुदको पहचानेहृदय में श्याम समा जायेंसारा संसार बृज नजर आयेंकाश, ऐसी होली अबके बरस आयें। अहंकार […]

जल ही जीवन

जल ही जीवन है

प्रकृति प्रदत्त संसाधनों में जल एक अमृत तुल्य स्त्रोत हैं। कोई भी मनुष्य, पशु-पक्षी, जीव-जन्तु, पेड़-पौधें आदि को जीवित रहने के लिए जल परम आवश्यक […]

महिलाओं के सशक्तिकरण में सरकार एवं समाज की भूमिका

महिला सशक्तिकरण में सरकार एवं समाज की भूमिका

‌आज महिलाओं ने हर क्षैत्र में सफलता हासिल की हैं और साबित कर दिखाया हैं कि महिलाओं को मौका मिलें तो वे सबकुछ कर सकती […]

अनुशासन और स्वरचित रचनाएं

बच्चें अनुशासन सदैव अपने बड़ों से सीखते हैं।घर के माहौल और बड़ों की दिनचर्या का बच्चों पर बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है। माता पिता द्वारा […]

बाबूजी

बाबूजी

“देखों सुमि, बाबूजी का कमरा एकदम साफ सुथरा होना चाहिए, उन्हें सबकुछ व्यवस्थित अच्छा लगता हैं” राहुल लगातार बोले जा रहा था। इतने में सुमि […]

2020

सन् 2020 –2021 तेरे स्वागत में हमनें बाहें फैलाई मेहमान ही रहा तू अपना ना बना तू गिना जाता है सम संख्या में पर कितनों […]

मोरे कान्हा

हे मुरलीधर मोरे कान्हामैं नित तोरा ध्यान धरुंहर दिन तोहरी राह निहारुंअब पधारो मोरे द्वार प्रभु ना करती मैं कोई शिकायतना कुछ तुझसे मांगतीमैं देखूं […]