
मगरमच्छ से क्या डरना
सीख लिया सागर में रहनामगरमच्छ से क्या डरनागोता खाकर जाना हैमोती लेकर है भरना थामी है पतवार हाथ में ,तूफान से फिर क्यों डरना ।लहरें […]
सीख लिया सागर में रहनामगरमच्छ से क्या डरनागोता खाकर जाना हैमोती लेकर है भरना थामी है पतवार हाथ में ,तूफान से फिर क्यों डरना ।लहरें […]
कुछ दिनों से रोज एक अधेड़ व्यक्ति अपने साथ एक झोला लेकर गाँव में घूमता था। पुलिस की गाड़ी का हॉर्न सुनकर अच्छे अच्छे दुम […]
सारी रात बेनीप्रसाद जी सो नही पाए , पिछले पाँच वर्षों से उनकी रातें बेचैनी में ही कटती थी| किन्तु हर होली की पहली रात […]
हर मंदिर में हमने शिव जी को एक लिंगी के रूप में देखा है उन्ही को हम पूजते हैं । किन्तु ज़ब शिवजी का ध्यान […]
क्यों नेहा तूने उस दिन मीनू से बात नही की वह मुझे बोल रही थी।बुआ मिलते से मुझसे मेरी ही शिकायत करने लगी । मीनू […]
“अरे सुनो ! भागवान परसो हमें मौसी के यहाँ शादी में चलना है। शादी की पत्रिका पहले ही आ चुकी है , आज फोन भी […]
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