त्याग

त्याग

2 अगस्त, 2021 वाणी गुप्ता 2

एक लौ,दूसरी लौ को रोशन गई…..एक लौ,दूसरी लौ को रोशन गई…..वो बुझी,वो बुझी,,, और उसको रोशन कर गई।ये त्याग देख कर भी कोई समझ न […]

महाकाल

12 मार्च, 2021 वाणी गुप्ता 0

ॐ, शिव, शम्भू, महाकाल…. ज्योर्तिलिंग में जो करते वाश,गौरा भी है… उनके साथ। शक्ति है जिनका आधार,हर पल करते दुष्टों का संगहार। हिमालय है… उनका […]

रंग दो नन्द लाल

12 मार्च, 2021 वाणी गुप्ता 0

मुझे कुछ ऐसे रंग दो नंद के लाल,तुम्हरे गले में जैसे बैजन्ती की माल। तुझ संग जोडू ऐसे अपना नाम,जैसे हो तुम राधा के श्याम। […]

जीवन (जी-वन)

8 फ़रवरी, 2021 वाणी गुप्ता 2

हमारा जीवन उस वन की तरह है।जिसमे सब कुछ है हरा-भरालेकिन फिर भी है सुनसान और अकेला ||जिसके एक पल चमकती धूप,तो अगले पल घना […]