
सम्मान की भूख
—- सम्मान की भूख —- मणिकांत बाबू सीधे सरल प्राणी थे, घर में गाय जैसी पत्नी, जिसका घर के काम और पूजा पाठ में ही […]
—- सम्मान की भूख —- मणिकांत बाबू सीधे सरल प्राणी थे, घर में गाय जैसी पत्नी, जिसका घर के काम और पूजा पाठ में ही […]
मुनिया हैरान है ! मॉं और नानी गेहूँ छान रही हैं, साफ करने के बाद पिसवाएंगे। उन्होंने थैला भर दिया, नानाजी बिखरे कुछ दाने बीन […]
विषय -प्रीत हाइकु हाइकु जापानी पद्धति है यह 3 लाइन की कविता होती है। इसका मुख्य गुण ” गागर में सागर भरना ” होता है […]
शीर्षक: सूक्ष्म लघुकथा भाग एक १. सबक तीन तारीख को महरी का हिसाब करती हुई मालकिन बोली- “रामरती तूने पिछले महीने दो दिन बिना बताए […]
—- होली का महत्व —- फाल्गुन माह का फाग भरा रस सबको छूकर गुजरा है। होली के रंगों के साथ साथ प्रेम के रंग में […]
मैंने सुना कुछ बड़बड़ा रही थी सासू माँ,जीव हांडी म रह्यज।पूरा नहीं सुन पाई।डरते हुए मैंने पूछा —क्या हुआ मम्मीजी?आपने कुछ कहा?हाँ!!!लांडी को जीव हांडी […]
सूर्यनारायण हुए उत्तरायणचले धनु से मकर राशि, जग में बढ़ा प्रकाशआओ मनाएँ पर्व संक्रांति। गंगा चली भगीरथ के पीछे समा गई थी आज सागर में,करके […]
11 जनवरी लाल बहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर शत शत नमन। विधा -मनहरण घनाक्षरी लाडला बेटा था नन्हेहटा पिता का साया तो,तैरकर शाला जावे,बहादुर […]
छलका है मन उल्लसित,प्रफुल्लित जीवन है बहता,बढ़ते रहें कल कल नदी से,देना सीखें हम नदी से-आओ बिखेरें प्यार की खुशबू। छोड़ के तेरा और मेरा,क्षणिक […]
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