ओशो वाणी : मन ही पूजा मन ही धूप

प्रेम के पथिक

आध्यात्मिक गुरु ओशो रजनीश (११ दिसंबर १९३१ -१९ जनवरी १९९०) ने परमात्मा के प्रेम में डूबे हुए परमशक्ति से मिलन की राह में चलने वाले पथिकों जैसे रैदास, मीरा, नानक, कबीर के बारे में ओशो ने अपने प्रवचनों में बहुत ही अच्छी, जानने योग्य बातें कही हैं। उन्ही में से कुछ अंश आपके साथ साझा कर रही हूं

“प्रेम के पथिक” के अंतर्गत आज की कड़ी में ओशो द्वारा दिए गए प्रवचन “मन ही पूजा मन ही धूप” से जानते हैं “संत रैदास” के बारे में
ऑडियो सुन कर प्रतिक्रिया व्यक्त कीजिएगा , पसंद आने पर “प्रेम के पथिक” की अगली कड़ी में हम बात करेंगे “मीरा” की

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About प्रीति कानूनगो 5 Articles
प्रीति विजय कानूनगो का NTPC सेलदा,खरगोन से नमस्कार मैने भोपाल से BSc और Institute of Environment management & Plant Sciences, उज्जैन से MSc किया है। रंगोली बनाना, music सुनना, Gardening और आध्यात्मिक किताबें पढ़ना पसंद करती हूं
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मुकेश बर्वे
मुकेश बर्वे
2 years ago

बहुत अच्छा लगा