
फेसबुक



सम्मान की भूख
—- सम्मान की भूख —- मणिकांत बाबू सीधे सरल प्राणी थे, घर में गाय जैसी पत्नी, जिसका घर के काम और पूजा पाठ में ही […]

समय की ही लिखावट
—- समय की लिखावट —- क्यों अपने समकक्ष मानते हो मुझे?क्यों मुझसे ईर्ष्या रखते हो? मैं नही हूँ बेहतर दिखने की किसी दौड़ में शामिलना […]

मगरमच्छ से क्या डरना
सीख लिया सागर में रहनामगरमच्छ से क्या डरनागोता खाकर जाना हैमोती लेकर है भरना थामी है पतवार हाथ में ,तूफान से फिर क्यों डरना ।लहरें […]

काश तुम समझ पाते
काश तुम समझ पातेमेरे मन में छिपी सवेंदनाओं को,आँसुओं के उमड़ते सैलाब कोजो तुम्हारी याद में निकले। काश तुम देख पातेमेरे सुनहले ख़्वाबों का संसार,जो […]

मुझे मेरा वो गाँव याद आता है
मुझे मेरा वो गाँव याद आता है .. बरगद की छाँव मेंबैठ के भुट्टे खाना,संग दोस्तों के वहाँ घंटों भर बतियाना,नहीं भुलाये भूलतावो गुजरा जमाना , […]

हिन्दी का मान
ये बात है मेरे देश के सम्मान की।ये बात है मेरे मान अभिमान की।हिन्दुस्तान की धरती है मेरी माता,बात करूंगा मैं हिन्दी के मान की। […]

हिंदी दिवस पर हाइकु
हाइकु जापानी पद्धति है यह ३ लाइन की कविता होती है। इसका मुख्य गुण ” गागर में सागर भरना ” होता है यानी कि कम […]

हिन्दी वतन की शान
हिन्दी भारत की मातृ भाषा हिन्दी वतन की शानआओ सब मिलकर बढ़ाएं हिन्दी भाषा का मान अपनेपन की बोली हर हिंदुस्तानी अपनाएंदेश की धरोहर संस्कृति […]

हिंदी और तोर मोर
तोर मोर कछु जान न पाएमाझा तुझा भी ना पहचाने हम सबको अपनाते रहतेबहु भाषी पर हिन्द के है हम काये लला कित जाय रहे […]

हिंदी दिवस का इतिहास और महत्व
सभी पाठकों को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ! देश की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप हिंदी को अपनाने के उपलक्ष्य में भारत हर […]

एक खुली चिट्ठी – ” ऊपर वाले ” के नाम
एक खुली चिट्ठी – ” ऊपर वाले ” के नाम (अब यहाँ यीशु या ईश्वर या अल्लाह या और कुछ इसलिए नहीं लिखा क्योंकि ये […]





प्रकृति नारी के रूपों सी नजर आती है..
प्रकृति नारी के रूपों सी नजर आती है जीवन के आरंभ से ही,नन्ही कली सी मुस्कुराती है।नन्ही सी प्यारी गुड़िया बन,अल्हड़, चंचल सी बहती जाती […]




दादी की कहावत
शीर्षक-दादी की कहावत दादी हमेशा कहती थी। नक्टो चपटो बेटो कचहरी जाइ न बठ्यो।श्माम सुन्दर बेटी चूलो जाइ ख फूक्यो। दादी को अपने लाड़ले पोते […]

वृद्धों की दयनीय स्थिति का निदान
वृद्धों की दयनीय स्थिति के लिए जिम्मेदार कौन है ? तथा इस स्थिति से वृद्धों की दशा को सुधारने के लिए समाज क्या कर सकता […]

बुजुर्गों की सीख
“बिट्टू, थोड़ा ध्यान से, तेज गति से नहीं दौड़ना और सोसायटी के अंदर ही खेलना बाहर तो बिल्कुल नहीं निकलना। “गौरी, बिट्टू का पूरा ध्यान […]


कन्या पूजन
नन्ही सी वैष्णवी आज अत्यंत खुश थी। नवरात्रि का अंतिम दिन , उसे कन्या भोजन करने जो जाना था। सुबह ही मम्मी ने नहला दिया, […]

राम की महिमा अथाई
शीर्षक : राम ही के गुण गाई राम की महिमा अथाई,रे भाई!!!राम की महिमा अथाई।भोर से साँझ भई जग में, सब राम ही के गुण […]

जल ही जीवन है
प्रकृति प्रदत्त संसाधनों में जल एक अमृत तुल्य स्त्रोत हैं। कोई भी मनुष्य, पशु-पक्षी, जीव-जन्तु, पेड़-पौधें आदि को जीवित रहने के लिए जल परम आवश्यक […]

लेख लिखने के सुझाव
शीर्षक: हिंदी लेखन शब्दबोध एक डिजिटल पत्रिका है और इसके लेख ज्यादातर मोबाइल फ़ोन की स्क्रीन पर पढ़े जाते है।आपका लेख, आपके अपने विचारों की […]

भूख का तांडव
शीर्षक : भूख का तांडव काय! वह मैडमजी कौन थी। कितनी अच्छी थी ना। हां झमरु पर ये नहीं पता कैसी थी। हम सबको चलने […]

गर्मियों के व्यंजन : मैंगो फ्रूटी
शीर्षक : मैंगो फ्रूटी आम को फलों का राजा माना जाता है| भारत में आम को राष्ट्रीय फल का दर्जा हासिल है| आम अपने स्वाद […]

राइट नम्बर
सुहासिनी को जब से पता चला है कि उसे साहित्य जगत का सर्वोच्च सम्मान मिलने वाला है । तब से ही वह खुशी के मारे फूली न समा रही थी आखिर दोगुनी खुशी जो मिली है एक तो उसका नाम, दूसरा उसके ‘राइट नंबर’ का नाम भी था उस सूची में था।

परिणय बंधन
रम्या ने अपने चेहरे को मास्क एवं स्कार्फ से ढक लिया था। रेलवे प्लेटफार्म पर बैठे हुए उसे लगभग दो घंटे हो चुके थे। उसकी […]

क्या नारी, शक्ति का रूप है?
नर और नारी को शिव-शक्ति का रूप माना जाता है, जिसमें नर तो शिव है पर…… नारी? क्या नारी शक्ति का रूप है? उसे आगे बढ़कर एक ऐसे समाज का निर्माण करना है, जिसमें नर नारी एक दूसरे का सम्मान करें।


अहंकार की परत
रोहित की स्टेट बैंक भोपाल में नौकरी थी, वहीं की सहकर्मी सलोनी रोहित को बहुत पसंद थी। साथ-साथ काम करते-करते दोनों एक दूसरे के बहुत […]


खून का रिश्ता
मेरी महरी नीलू अक्सर अपनी नन्हीं बेटी बेला को साथ ले आती थी। मैं बेला को बहुत कुछ खाने, पीने को दे देती, अपने बच्चों […]




उड़ान सपनों की
ख़्वाबों के परिंदों, चल पड़ो उस डगरजहाँ मयस्सर हो तुम्हारे सपनों का सफ़र वहशत न रखना की रास्ता पथरीला हैं,चलना शुरू करो तो हर सफ़र […]



आज कुछ अलग हो
आज कोई काम हाथ में मत लो। बरामदे में रखी कुर्सी पर बैठो, और लकड़ी की मेज़ पर पैर फैला लो,और तब तक बैठो जब […]



तिरंगा देश की शान बढ़ाये
मेरा लहर लहर लहराएतिरंगा लहर लहर लहराएये अनुपम शोभा बढ़ाएतिरंगा देश की शान बढ़ाएहरा रंग है हरियाली काहार नहीं ये मानेदुत्कार नहीं ना तानेये हर […]

गणतंत्र दिवस
आज देश की मिट्टी का तिलककिया जाएहर घर तिरंगा लिए गणतंत्र दिवसमनाया जाएकितने वीरों के बलिदानों के बाद यहघड़ी आई हैसंविधान अपना बने कुर्बानियां देकरजन्नत […]

तिरंगे का सम्मान
26 जनवरी आ गई । सुबह से ही सड़कों पर चहल पहल दिखाई दे रही थी। किला मैदान में परेड, झंडा वंदन , हर प्रांत […]

ऊर्जा का पर्व मकर संक्रांति
हमारी भारतीय संस्कृति में पर्वो का वैज्ञानिक दृष्टि से बहुत महत्व है | उनमे मकर संक्रांति हिन्दुओं का मुख्य पर्व है | वैसे भारत वर्ष […]

तिल के व्यंजन : सर्दियों के लिए
तिल के व्यंजन तिल का पौधा लगभग 40-50 सेमी ऊंचा होता है, इसके पत्ते लम्बे एवं पतले होते हैं।इसके फूल बैंगनी, सफेद, गुलाबी एवं पीले […]

मकर संक्रांति – सूर्योपासना का महापर्व
मकर संक्रांति हम हिन्दूओं का प्रमुख त्यौहार है।ये पूरे देश में बहुत ही जोश और उल्लास से मनाया जाता है। यह सूर्यदेवता की पूजा, आराधना […]

१५० नमन
स्वामी विवेकानंद के १५० वि जयंती पर नमन

मैं गांधारी नहीं
मैं रचनाकार हूँमैं इस काल कीवह उत्पत्ति , फसादी , घुसपैठतत्व हूँजो देखती हूँवहीं लिखने की ताकत रखती हूँ मैं श्वेत रूई की पौनी हूँजल-जल […]


मां का बंटवारा – लघु नाटिका
पात्र परिचय दृश्य: रमेश और उसकी पत्नी अर्चना बैठक में बैठे हैं।मां के निधन के बाद सोच रहे हैं कि किस तरह हिस्से बंटवारे की […]

बहादुर लाल वो
11 जनवरी लाल बहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर शत शत नमन। विधा -मनहरण घनाक्षरी लाडला बेटा था नन्हेहटा पिता का साया तो,तैरकर शाला जावे,बहादुर […]






योग संगीत – सुखासन
पेंटिंग : संगीता बर्वे करे योग रहे निरोग । योगा बिना नही होगा । योग ही निदान है। आदि आदि पंक्तिया आजकल बहुत सुन रहे है हम […]



स्मृति-बिंब
घर की सफ़ाई करते हुए सोचने लगी, अरे ये क्या? इस घर की धूल भी मुझसे कितना प्यार करती है।रोज रोज मेरे द्वारा झाड़ने के […]



सर्दियों में कैसे सजाएँ अपना घर
कुछ ऐसे छोटे छोटे सुझाव जो सर्दियों के मौसम में आपके घर को देंगे एक सुंदर, आरामदायक और गर्माहट भरा रूप और साथ ही साथ आपका घर लगेगा त्योहारों और मेहमानों के स्वागत के लिए बिल्कुल तैयार

मेरे गाँव का वो बूढ़ा बरगद
निबंध: मेरे गाँव का वो बूढ़ा बरगद …… मेरा गाँव, ये शब्द ही अंतरमन को कुछ ऐसी मिठास से भरी हुई यादों में ले जाते […]

शादी का निमंत्रण
“अरे सुनो ! भागवान परसो हमें मौसी के यहाँ शादी में चलना है। शादी की पत्रिका पहले ही आ चुकी है , आज फोन भी […]


प्रेम की पराकाष्ठा
रेवती के बापू ने अपने समाज की प्रथा के अनुरूप, यह निर्णय लिया था, कि बेटी की शादी के बदले में पच्चीस हजार रुपये लूंगा। […]

स्वर्ग नरक
—- स्वरग नरक —- सही गलत के शोर में मन जो लिया उलझाय ,कैसे हरि को पाएगा , गुरू बिन कौन बताय ।। स्वरग नरक […]

एक और सावित्री
रश्मि का छोटा सा परिवार,सास,ससुर, एक बारह साल का बेटा,पति रोहन और वह खुद। कुल मिलाकर पांच जने। मध्यम परिवार से आई थी, कोई बड़े […]

अकेला बचपन
उसे तो शाम का इंतजार था कि कब शाम हो और वह भी बाहर घूमनें जाये अपने दादाजी के साथ। दिन भर वह दादी के […]



यीशु तुम इस दुनिया में फिर लौट आना
यीशु फिर तुम जन्म लो इस कलयुग में तुम्हें आनाबढ़ गया है पाप जहां में फिर दुनिया को दिखाना यीशु ने जन्म लेकर इंसानियत का […]